Vinay Patel

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लेखनी कहानी -13-Aug-2024

करता हूं अर्पण शीश अपना मातृभूमि के चरणों में

आओ देखें दिव्य स्वप्न बनाएं मातृ भारती को विश्व में श्रेष्ठ

लेकर प्रेरणा महापुरुषों से रचे इतिहास स्वर्णिम पन्नों में

उठाएं शस्त्र अन्याय के विरुद्ध होता है क्या कलम से श्रेष्ठ

आओ चलो करें पूर्ण प्रक्षेपास्त्र पुरुष के सपनों को

स्वरचित विनय पटेल

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1 Comments

Arti khamborkar

21-Sep-2024 09:14 AM

v nice

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